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Sunday, June 29, 2014

Kumar Vishwas - Best New Poetry June 2014


किसी के दिल की मायूसी जहाँ से होके गुजरी है।हमारी सारी  चालाकी वही पे खोके गुजरी है 
किसी के दिल की मायूसी जहाँ से होके गुजरी है।हमारी सारी  चालाकी वही पे  खोके गुजरी है 
तुम्हारी और हमारी रात में बस फ़र्क इतना है। …  तुम्हारी और हमारी रात में बस फ़र्क  इतना है 
तुम्हारी सो के गुजरी है हमारी रो के गुजरी है.।……  तुम्हारी सो के गुजरी है हमारी रो के गुजरी है 

अगर दिल ही मुआज्ान हो सदायें  काम आती हैंअगर दिल ही मुआज्ान हो सदायें  काम आती हैं 
अगर दिल ही मुआज्ान हो सदायें  काम आती हैं .... अगर दिल ही मुआज्ान हो सदायें  काम आती हैं 
समंदर में सभी माफिकहवाए  काम आती हैंसमंदर में सभी माफिकहवाए  काम आती हैं
मुझे आराम है ये दोस्तों की मेहरबानी है।....  दुआए साथ हो तो सब दवाये काम आती है 

 तुम्ही पे मरता हैं  ये दिल अदावत क्यों नहीं करता। …  तुम्ही पे मरता हैं  ये दिल अदावत क्यों नहीं करता 
कई जन्मो से बंदी हे बगावत क्यों नहीं करता।कई जन्मो से बंदी हे बगावत क्यों नहीं करता 
कभी तुम से ही थी जो वो ही शिकायत है  ज़माने से. कभी तुम से ही थी जो वो ही शिकायत है  ज़माने से
मेरी तारीफ करता है मुहब्बत क्यों नहीं करता।मेरी तारीफ करता है मुहब्बत क्यों नहीं करता 

 के बदलने को तो इन आँखों के मंजर कम नहीं बदले बदलने को तो इन आँखों के मंजर कम नहीं बदले 
 के बदलने को तो इन आँखों के मंजर कम नहीं बदले बदलने को तो इन आँखों के मंजर कम नहीं बदले 
तुम्हारी याद के मौसम हमारे ग़म  नहीं बदले तुम्हारी याद के मौसम हमारे ग़म  नहीं बदले 
के बदलने को तो इन आँखों के मंजर कम नहीं बदले बदलने को तो इन आँखों के मंजर कम नहीं बदले 
उम अगले जन्म में हमसे मिलोगी तब तो मानोगी। ज़माने और सदी की इस बदल में हम नहीं बदले 

मुहब्बत एक एह्सांसो की पावन  सी कहानी है कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है
मुहब्बत एक एह्सांसो की पावन  सी कहानी है कभी कबीरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है 
यहाँ सब लोग कहते है मेरी आँखों में आंसू हैं यहाँ सब लोग कहते है मेरी आँखों में आंसू हैं 
जो तू समझे तो मोती है जो ना समझे तो पानी हैं यहाँ सब लोग कहते है मेरी आँखों में आंसू हैं 

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